राजनीति

कल्याण की पुण्यतिथि पर पूर्व गवर्नर कलराज मिश्र ने योगी के सामने जताई नाराजगी

कल्याण सिंह की पुण्यतिथि पर घटनाक्रम

कल्याण सिंह की पुण्यतिथि पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह का योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने भारतीय राजनीति में अपने कार्यों से एक गहरा प्रभाव छोड़ा। इस मौके पर कई नेताओं और पूर्व अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

नाराजगी का इजहार

कार्यक्रम के दौरान, पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र ने कुछ मुद्दों को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम पूरी तरह से पूर्व मुख्यमंत्री के योगदानों को समर्पित होना चाहिए। उन्होंने जोड़ा कि ऐसा कोई भी आयोजन नहीं होना चाहिए जो कल्याण सिंह के कार्यों को भुला दे। यह उनके प्रति एक प्रकार का अन्याय होगा। मिश्र ने कहा, “आज का आयोजन हमारे लिए एक महत्वपूर्ण दिन है, और हमें इसे सही तरीके से सम्मानित करना चाहिए।”

हिंदू गौरव दिवस

योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम के दौरान हिंदू गौरव दिवस की बात की। उन्होंने कहा कि अब तुष्टिकरण नहीं, बल्कि संतुष्टीकरण का समय है। उनका कहना था कि कल्याण सिंह का जीवन और कार्य हिंदुत्व की भावना को प्रगति के साथ जोड़ता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस दिन को एक नई शुरुआत के रूप में मनाएं और समाज के लिए सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लें।

नाम परिवर्तन की चर्चा

डिप्टी सीएम ने जलालाबाद के नाम परिवर्तन के संदर्भ में बयान दिया, जिसमें उन्होंने अलीगढ़ का नाम भी बदलने की संभावनाओं पर चर्चा की। यह बयान कल्याण सिंह को भारत रत्न देने की मांग के साथ एक नई दिशा में उठाया गया। उन्होंने कहा कि हमें उन नेताओं का सम्मान करना चाहिए जिन्होंने हमारे समाज को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

श्रद्धांजलि का कार्यक्रम

सदर विधायक और भाजपा जिलाध्यक्ष ने उन्नाव में कल्याण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम में स्थानीय लोगों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया। यह एक भावुक क्षण था, जब सभी ने एकजुट होकर उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया।

नीतियों में बदलाव की आवश्यकता

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कल्याण सिंह की नीतियों और विचारों को आगे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी बताया कि अब समाज को नई सोच के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है। उनका कहना था कि हमें मिलकर एक ऐसा समाज बनाना है जो सभी के लिए साथ मिलकर काम करे।

अन्य नेता भी शामिल

इस कार्यक्रम में कई अन्य प्रमुख नेता भी शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में कल्याण सिंह की उपलब्धियों को सराहा और उनके योगदान को याद किया। इस तरह के आयोजनों से हमें यह याद दिलाने की आवश्यकता होती है कि हमें अपने नेताओं के कार्यों को सम्मानित करने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।

सामाजिक परिवर्तन की दिशा में कदम

योगी ने कहा कि आध्यात्मिकता और विकास को एक साथ जोड़ने की आवश्यकता है। उनका लक्ष्य समाज के सभी तबकों के उत्थान की दिशा में काम करना है। उन्होंने कहा, “हमें एक नवीन दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ना होगा।” इससे यह स्पष्ट होता है कि वे केवल राजनीतिक लाभ नहीं, बल्कि समाज के समग्र विकास के लिए भी चिंतित हैं।

निष्कर्ष

कल्याण सिंह की पुण्यतिथि पर आयोजित इस कार्यक्रम ने राजनीति में धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को पुनः जागृत किया। यह स्पष्ट है कि उनके विचार और कार्य आज भी प्रासंगिक हैं और भविष्य में भी रहेंगे। हम सभी को कल्याण सिंह की दृष्टि को समझते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है। अब time है कि हम एक ऐसे समाज का निर्माण करें जो सभी के लिए समर्पित हो और सशक्त बने।

इस प्रकार, कल्याण सिंह की पुण्यतिथि केवल एक स्मृति का दिन नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत का अवसर है। सभी को मिलकर उनके विचारों को जीने का संकल्प लेना चाहिए ताकि एक समृद्ध और सशक्त समाज का निर्माण हो सके।

admin

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