श्रेयस अय्यर: पिता का गुस्सा, एशिया कप में अनदेखी पर चिंता जताई

श्रेयस अय्यर: ‘वह भी दुखी है’, पिता का गुस्सा श्रेयस पर एशिया कप की अनदेखी करते हुए भड़क गया; प्रबंधन के लिए लतारा
श्रेयस अय्यर को एशिया कप की टीम से बाहर किए जाने पर उनके पिता ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि श्रेयस इस निर्णय से दुखी हैं। बीते कुछ समय से श्रेयस अपनी चोटों के कारण सही प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे, लेकिन इसके बाद भी उनके चयन को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। उनके पिता का गुस्सा इस बात पर है कि प्रबंधन ने श्रेयस के साथ न्याय नहीं किया।
श्रेयस एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं और उनके पिता का मानना है कि उन्हें टीम में जगह मिलनी चाहिए थी। एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में उनके अनुभव और कौशल की काफी जरूरत थी। उनके पिता ने कहा कि श्रेयस ने हमेशा देश के लिए खेलने की इच्छा रखी है और ऐसे में टीम में न चुने जाने का फैसला निराशाजनक है।
भारत एशिया कप 2025: मोहम्मद शमी और रवि बिशनोई … बाहर या आराम? टीम इंडिया ने पिछली T20I सीरीज़ से बहुत कुछ बदल दिया
टीम इंडिया ने एशिया कप 2025 की तैयारी के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इसमें मोहम्मद शमी और रवि बिशनोई के नाम पर चर्चा हो रही है। पिछले कुछ समय से चल रही चर्चाओं के अनुसार, ये दोनों खिलाड़ी चयन से बाहर हो सकते हैं। हालांकि, प्रबंधन अभी भी स्थिति की समीक्षा कर रहा है और खिलाड़ियों की फिटनेस और फॉर्म के आधार पर अंतिम टीम का चयन करेगा।
टीम इंडिया की पिछली T20I सीरीज के दौरान कई खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया था, जिससे चयन में बदलाव की संभावना बढ़ गई है। इस समय भारतीय क्रिकेट में युवा क्रिकेटरों की फसल काफी अच्छी है, और ऐसे में अनुभवी खिलाड़ियों की जगह युवा खिलाड़ियों को मौका देने पर चर्चा हो रही है।
‘प्लेस XI खेलने में नहीं मिलेगा’
कुछ खिलाड़ियों को लेकर यह स्पष्ट हो गया है कि उन्हें प्लेइंग XI में स्थान नहीं मिलेगा। खिलाड़ी इस बारे में चिंतित हैं कि उनकी मेहनत का फल अब तक नहीं मिला है। यह स्थिति न केवल खिलाड़ियों के लिए चिंताजनक है, बल्कि प्रबंधन के लिए भी एक चुनौती है।
अत्यधिक प्रतिस्पर्धा के कारण, हर खिलाड़ी अपनी जगह के लिए मेहनत कर रहा है, लेकिन कुछ को नजरअंदाज किया जाना उन पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। विशेषकर युवा खिलाड़ियों के लिए यह मुश्किल समय है, जिनके पास साबित करने का मौका कम होता है।
श्रेयस अय्यर की पहली प्रतिक्रिया एशिया कप टीम से गिराए जाने के बाद आई
श्रेयस अय्यर ने एशिया कप की टीम से बाहर होने पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वह निराश हैं, लेकिन साथ ही उन्होंने अगले अवसर की प्रतीक्षा करने की बात भी कही। श्रेयस ने अपनी स्थिति को समझते हुए कहा कि चोटों के कारण उन्होंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, जिससे उनका चयन प्रभावित हुआ।
उनका मानना है कि हर खिलाड़ी को अपने प्रदर्शन के अनुसार चयन में जगह मिलती है, और उन्हें अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करना होगा। श्रेयस का यह रुख दर्शाता है कि वह सकारात्मकता के साथ इस कठिन समय का सामना करने के लिए तैयार हैं।
‘कप्तान मत करो, लेकिन कम से कम टीम में ले लो’, श्रेयस अय्यर के पिता भारतीय चयनकर्ताओं पर उग्र
श्रेयस के पिता ने चयनकर्ताओं पर गुस्सा व्यक्त करते हुए कहा कि अगर श्रेयस को कप्तानी नहीं दी जा रही है तो उन्हें कम से कम टीम में लिया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि श्रेयस ने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से खुद को साबित किया है, और उन्हें इस तरह नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
उनके पिता के इस बयान ने क्रिकेट प्रेमियों का ध्यान आकर्षित किया है। फैंस भी इस बात से सहमत हैं कि श्रेयस जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी को टीम में जगह मिलनी चाहिए थी। ऐसे में चयनकर्ताओं की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है कि वह सही निर्णय लें ताकि टीम को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मिल सके।
निष्कर्ष
श्रेयस अय्यर और उनके पिता की यह स्थिति केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। एशिया कप जैसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में खिलाड़ियों का चयन हमेशा चर्चा का विषय रहता है। श्रेयस के मामले में उनकी चोट और खराब फॉर्म ने उनके चयन को प्रभावित किया है, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि चयनकर्ता उनके पिछले प्रदर्शन और क्षमता पर गौर करें।
भारतीय क्रिकेट में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का सही संतुलन आवश्यक है। श्रेयस जैसे खिलाड़ियों को मौका मिलने से टीम को मजबूती मिलेगी। उम्मीद है कि भविष्य में ऐसा चयन किया जाएगा जिसमें सभी खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के अनुसार स्थान मिले और भारतीय क्रिकेट को चाहिए कि वह इस दिशा में उचित कदम उठाए।