सपने साकार हो गए, लेकिन राह में कई मुश्किलें और रिजेक्शन्स आईं। सफलता में कोई शॉर्टकट नहीं है: कृति सेनन की कहानी

सफलता में कोई शॉर्टकट नहीं है: कृति सेनन की कहानी
कृति सेनन ने भारतीय फिल्म उद्योग में अपने सफर की चुनौतियों और सफलताओं को साझा किया है। उन्होंने खुलासा किया कि उनके पेशेवर जीवन में बहुत से कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। कृति ने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है और इसे पाने के लिए कठिन मेहनत की आवश्यकता है। अनेक बार उन्हें रिजेक्शन का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
कृति के अनुसार, जब वे फिल्म उद्योग में आईं, तो उनके सामने कई बाधाएं थीं। उन्होंने auditions की और कई बार नकारा किया गया। इस प्रक्रिया के दौरान उन्हें खुद पर विश्वास रखना बहुत महत्वपूर्ण लगा। अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने दिन-रात मेहनत की और जल्द ही उन्हें सफलता मिली।
वेतन में समानता पर सवाल
कृति ने भारतीय फिल्म उद्योग में वेतन में असमानता के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा कि यह समझ नहीं आता कि ऐसा क्यों हो रहा है। उद्योग में अनेक प्रतिभाशाली महिलाएँ हैं, जो समान काम के लिए समान वेतन की हकदार हैं। कृति ने यह भी उल्लेख किया कि वेतन में समानता महत्वपूर्ण है, ताकि सभी कलाकारों को उनकी मेहनत का उचित मान मिले।
उन्होंने इस पर भी जोर दिया कि महिलाएँ केवल एक्टिंग में ही नहीं, बल्कि फिल्म उद्योग के हर पहलू में प्रतिभाशाली हो सकती हैं। कृति ने कहा कि एक सशक्त समाज के लिए यह जरूरी है कि हम समानता का समर्थन करें और हर किसी को उसके कौशल के अनुसार पहचानें।
जेंडर-पे गैप पर बेबाक टिप्पणियाँ
कृति सेनन ने “She Shakti 2025” इवेंट के दौरान जेंडर-पे गैप पर अपनी बेबाक राय रखी। उन्होंने बताया कि कैसे इस गैप को कम करने की आवश्यकता है और इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने एक्टिंग और बिजनेस दोनों में महिलाओं की सफलता के लिए एक निश्चित फॉर्मूला भी साझा किया। कृति का मानना है कि महिलाओं को अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करते हुए आगे बढ़ना चाहिए और उन्हें अपने विचारों को व्यक्त करने से कभी भी नहीं कतराना चाहिए।
सोशल मीडिया पर नफरत का बढ़ता स्तर
कृति ने सोशल मीडिया पर नफरत और नकारात्मकता के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि समाज में कई लोग अपनी भड़ास निकालने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं। यह एक चिंताजनक स्थिति है, और सभी को इस पर विचार करना चाहिए।
उन्होंने सुझाव दिया कि लोग इस नाराजगी को सकारात्मकता में बदलने की कोशिश करें और अन्य लोगों को प्रोत्साहित करने का काम करें। कृति का मानना है कि यदि हम सभी मिलकर इस नफरत को समाप्त करने के लिए प्रयास करें, तो हम एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकते हैं।
आउटसाइडर होने पर विचार
कृति सेनन ने आउटसाइडर के रूप में अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने कहा कि जब वे इस उद्योग में आईं, तो उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने इस संकट को अवसर में बदलने का प्रयास किया।
कृति ने कहा कि इस उद्योग में अपनी जगह बनाने के लिए लगातार मेहनत करने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि बाहर से आने वाले लोगों के लिए यह और भी मुश्किल होता है, लेकिन अगर आप अपनी मेहनत और प्रतिभा पर विश्वास करते हैं, तो कुछ भी असंभव नहीं है।
कृति ने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया कि “फ्री में कुछ नहीं मिलता।” यह असलियत है कि किसी भी चीज़ को पाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि हर हाल में मजबूत रहना चाहिए और अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ते रहना चाहिए।
निष्कर्ष
कृति सेनन की कहानी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह यह भी दर्शाती है कि सफलता के लिए धैर्य और मेहनत कितनी महत्वपूर्ण है। उन्होंने अपने अनुभवों के माध्यम से महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार करते हुए समाज में बदलाव लाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
कृति का यह संदेश कि सफलता में कोई शॉर्टकट नहीं है, आज के युवा वर्ग के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है। अगर युवा पीढ़ी इस तरह के दृष्टिकोण को अपनाए, तो वे अपने सपनों को पूरा करने में सक्षम होंगे।
हम सभी को उनकी इस सोच से सीख लेना चाहिए और सकारात्मकता के साथ अपने सपनों की ओर बढ़ते रहना चाहिए। कृति सेनन अपने संघर्षों के साथ-साथ सफलता की कहानी कहती हैं, जो हमें यह सिखाती है कि मेहनत और धैर्य के बिना कुछ भी संभव नहीं है।