हम बीएमसी चुनावों में उद्धव ठाकरे के साथ तो दूर, राज ठाकरे के साथ भी नहीं उतरेंगे, यह कांग्रेस भाई ने कहा।

आगामी महापालिका चुनाव की पृष्ठभूमि में सभी राजनीतिक दलों ने अपनी गतिविधियाँ तेज कर दी हैं। नेता अपने-अपने दल संगठन का जायजा ले रहे हैं और कार्यकर्ताओं की बैठकों का आयोजन कर रहे हैं।
इसी बीच राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बीच गठबंधन होने की चर्चा राजनीतिक गलियारों में उभरने लगी है। कुछ दिनों पूर्व सांसद संजय राउत ने महत्वपूर्ण बयान दिया था कि, “मुझे भी राज ठाकरे के महाविकास आघाड़ी के घटक दल कांग्रेस को साथ लेना है।”
लेकिन, कांग्रेस नेता भाई जगताप ने अब इस पर कड़ा पलटवार किया है, जिससे राजनीतिक चर्चाओं में उछाल आ गया है। उन्होंने कहा, “राज ठाकरे को छोड़ दें, हम उद्धव ठाकरे के साथ भी महापालिका चुनाव नहीं लड़ेंगे।”
उनके इस बयान के बाद महाविकास आघाड़ी में मतभेद पैदा होने की अटकलों को बल मिला है। भाई जगताप ने स्पष्ट संकेत दिए कि कांग्रेस मुंबई महापालिका चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ेगी। आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी।
भाई जगताप ने क्या कहा?
“कांग्रेस की हाल ही में हुई बैठक में लगभग सभी ने यही मत व्यक्त किया। हमारे नेताओं रमेश चेन्नीथी को भी यह बताया गया कि ये स्थानीय चुनाव हमारे कार्यकर्ताओं के लिए हैं, केवल नेताओं के लिए नहीं। कार्यकर्ताओं को भी लड़ने का अवसर मिलना चाहिए। इसलिए हमें शिवसेना के साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए और राज ठाकरे के साथ समझौते का सवाल ही नहीं उठता।
भाई जगताप ने आगे कहा, “हमने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। कांग्रेस ने कभी राज ठाकरे को स्वीकार करने की बात नहीं कही और कभी नहीं करेगी। महाविकास आघाड़ी केवल उद्धव ठाकरे की एकतरफा आघाड़ी नहीं है, बल्कि यह एक गठबंधन है। जब यह गठबंधन बना था, तब केवल शिवसेना थी, अब दो हैं। उद्धव ठाकरे अपने निर्णय स्वयं ले सकते हैं, कांग्रेस भी अपने निर्णय स्वयं ले सकती है। महाराष्ट्र के दलों और उनके कार्यकर्ताओं को स्थानीय चुनाव की रणनीति तय करने की स्वतंत्रता होनी चाहिए।”




