स्वास्थ्य

गर्भावस्था के दौरान शारीरिक संबंध बनाए जा सकते हैं या नहीं? इसका संबंध पर क्या प्रभाव पड़ता है? विशेषज्ञ क्या कहते हैं…

गर्भावस्था का समय केवल स्त्री के लिए ही नहीं बल्कि पुरुष के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान शारीरिक और मानसिक दोनों स्तरों पर बदलाव होते हैं। ऐसे समय में कई प्रश्न मन में उठते हैं। इनमें से एक अत्यंत महत्वपूर्ण और अधिकांश जोड़ों के लिए आम सवाल यह है कि क्या गर्भावस्था के 9 महीनों के दौरान शारीरिक संबंध बनाए जाएँ? इस विषय में डॉ. सबीहा इनामदार ने उचित मार्गदर्शन दिया है।

गर्भावस्था में शारीरिक संबंध बनाने पर कई सीमाएँ होती हैं। पेनिट्रेटिव सेक्स करने पर इस दौरान कई प्रतिबंध हो सकते हैं। यदि गर्भावस्था उच्च जोखिम (High-Risk) वाली है, तो शारीरिक संबंध बनाने से बचना चाहिए। उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था में निम्न स्थितियाँ शामिल हो सकती हैं:

  • गर्भाशय का अपर्याप्त विकास (Cervical Insufficiency)

  • प्लेसेंटा प्रिविया

  • योनि से रक्तस्राव

  • अम्नियोटिक द्रव का रिसाव

  • उच्च रक्तचाप (BP)

ऐसी परिस्थितियों में शारीरिक संबंध रखना जोखिमपूर्ण हो सकता है।

लेकिन यदि गर्भावस्था कम जोखिम वाली (Low-Risk) है, यानी गर्भवती महिला को कोई समस्या नहीं है, तो इस 9 महीने के दौरान भी शारीरिक संबंध का आनंद लिया जा सकता है। विशेषज्ञ यही सलाह देते हैं कि गर्भावस्था के दौरान नॉन-पेनिट्रेटिव सेक्स का भी आनंद लेना चाहिए।

नॉन-पेनिट्रेटिव सेक्स के प्रकार:

  • चुंबन लेना

  • परस्पर हस्तमैथुन: एक-दूसरे को हाथ से उत्तेजित करना

  • मौखिक सेक्स: जीभ और होंठ का उपयोग करके उत्तेजना

  • मसाज: संवेदनशील क्षेत्रों पर तेल लगाकर मसाज

  • रोल-प्ले का प्रयोग

  • शरीर पर हल्का स्पर्श: एक-दूसरे के संवेदनशील अंगों को हल्का स्पर्श करना

गर्भावस्था के अंतिम महीने में सेक्स करने से प्रसूति आसान होती है क्या?

इस दौरान घर की बुजुर्ग महिलाएं या आसपास के लोग अक्सर कहते हैं कि “अंतिम महीने में वैवाहिक संबंध प्रसूति को आसान बनाते हैं।” कुछ लोग इसे पारंपरिक मानते हैं, जबकि कुछ को संकोच होता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या यह सच में प्रसूति में मदद करता है या केवल एक मिथक है।

इस समय प्रोस्टाग्लैंडिन नामक पदार्थ गर्भाशय ग्रीवा को नरम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे प्रसूति प्रक्रिया आसान हो सकती है। इसके अलावा कामोत्तेजना के कारण गर्भाशय में हल्की आकुंचन हो सकती है, जो प्राकृतिक प्रसूति शुरू करने में सहायक होती है। स्त्री को भावनात्मक रूप से भी आराम मिलता है, जिससे हार्मोनल संतुलन बना रहता है।

कंडोम के इस्तेमाल की सलाह:

डॉ. सबीहा गर्भावस्था में शारीरिक संबंध बनाते समय कंडोम का उपयोग करने की सलाह देती हैं, क्योंकि इस दौरान महिला के योनि मार्ग पर संक्रमण का खतरा अधिक होता है।

गर्भावस्था में जोड़े एक-दूसरे से दूर क्यों जाते हैं?

गर्भावस्था के दौरान जोड़े एक-दूसरे से शारीरिक रूप से दूर हो सकते हैं। इस समय शारीरिक संबंध नहीं रहना सामान्य है। ऐसे में जोड़े एक-दूसरे के करीब आने के लिए नॉन-पेनिट्रेटिव तरीकों का प्रयोग कर सकते हैं।

FAQ

गर्भावस्था में सेक्स सुरक्षित है क्या?
हां, स्वस्थ गर्भावस्था में सेक्स सुरक्षित होता है और इससे शिशु को कोई नुकसान नहीं होता। योनि में प्रवेश करने वाला लिंग या सेक्स टॉय गर्भ तक नहीं पहुंच सकता। सेक्स या ऑर्गेज़्म से गर्भपात या अकाल प्रसूति का खतरा नहीं बढ़ता।

कब सेक्स से बचना चाहिए?
यदि डॉक्टर या दाई ने सलाह दी हो, जैसे:

  • योनि से रक्तस्राव

  • अम्नियोटिक द्रव का रिसाव

  • गर्भाशय ग्रीवा की कमजोरी

  • प्लेसेंटा प्रिविया

  • पूर्व में अकाल प्रसूति

  • यौन संचारित रोग (STI)

ऐसी स्थितियों में सेक्स से गर्भाशय में संकुचन हो सकता है, जो खतरनाक हो सकता है।

गर्भावस्था में सेक्स के फायदे क्या हैं?
सेक्स जोड़ों के बीच भावनात्मक नज़दीकी बढ़ाता है और आनंददायक हो सकता है। कुछ महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान यौन इच्छा बढ़ती है, जिससे रिश्ते मजबूत होते हैं। इसके अलावा विभिन्न पोज़िशन्स का प्रयोग भी किया जा सकता है।

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