अब मोबाइल पर नंबर के साथ कॉल करने वाले का नाम भी दिखाई देगा।

अब, जब आपको किसी अनजान नंबर से कॉल आएगा, तो आपके मोबाइल फोन पर उस व्यक्ति का नंबर नहीं, बल्कि उसका नाम दिखाई देगा — और वह भी बिना किसी ऐप का उपयोग किए। दूरसंचार नियामक ट्राई (TRAI) और दूरसंचार विभाग (DoT) ने फोन कॉल से होने वाली धोखाधड़ी रोकने के लिए यह कदम उठाया है।
यह नाम वही होगा जो उपयोगकर्ता ने मोबाइल कनेक्शन लेते समय अपने पहचान प्रमाण में दिया था। यह सुविधा डिफॉल्ट रूप से सक्रिय होगी। यदि कोई उपयोगकर्ता इसे नहीं चाहता, तो वह इसे निष्क्रिय कर सकता है।
पिछले वर्ष दूरसंचार कंपनियों ने मुंबई और हरियाणा सर्कल में इस सेवा का परीक्षण किया था।
ट्राई और डॉट के बीच हुए निर्णय – 3 मुख्य बिंदु
1. पुरानी सिफारिश:
‘कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन’ (CNAP) नामक इस सेवा के लिए ट्राई ने फरवरी 2024 में डॉट को भेजी गई सिफारिश में कहा था कि यह सेवा तभी शुरू की जाए जब ग्राहक स्वयं इसकी मांग करे।
2. डॉट का मत और संशोधन:
डॉट ने ट्राई को लिखे पत्र में कहा कि यह सेवा डिफॉल्ट रूप से प्रदान की जानी चाहिए। यदि कॉल प्राप्त करने वाला ग्राहक इसे नहीं चाहता, तो वह इसे बंद करने का अनुरोध कर सकता है।
3. ट्राई की स्वीकृति:
ट्राई ने डॉट के इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब दोनों विभाग इस निर्णय पर सहमत हैं।
फर्जी कॉल रोकने के लिए बड़ा कदम
देशभर में डिजिटल धोखाधड़ी और आर्थिक अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए यह कदम उठाया गया है। अब उपभोक्ता आसानी से जान सकेंगे कि उन्हें कौन कॉल कर रहा है, जिससे फर्जी या संदिग्ध कॉल पहचानना सरल होगा।
किन्हें मिलेगी छूट
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कॉलिंग लाइन आइडेंटिफिकेशन रिस्ट्रिक्शन (CLIR) सुविधा वाले ग्राहकों के नाम कॉल आने पर दिखाई नहीं देंगे।
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यह सुविधा सामान्य उपभोक्ताओं के अलावा केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों और वीआईपी व्यक्तियों को दी जाती है।
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फोन कंपनियाँ CLIR सुविधा प्राप्त करने वाले सामान्य ग्राहकों की गहन जाँच करती हैं और आवश्यकता पड़ने पर कानून प्रवर्तन एजेंसियों को जानकारी तक पहुँच सुनिश्चित करती हैं।
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बल्क कनेक्शन, कॉल सेंटर और टेलीमार्केटर इस सुविधा का लाभ नहीं ले सकेंगे।
प्रश्नोत्तर : स्पैम कॉल और संदेशों से जुड़ी जानकारी
प्रश्न: स्पैम कॉल या संदेश क्या होते हैं?
उत्तर: स्पैम कॉल या संदेश वे होते हैं जो अनजान नंबरों से आते हैं और कर्ज देने, क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराने, लॉटरी जीतने या किसी वस्तु अथवा सेवा की खरीद के लिए प्रेरित करते हैं। ये सभी कॉल या संदेश आपकी अनुमति के बिना किए जाते हैं।
प्रश्न: किन लोगों को अधिक स्पैम कॉल आते हैं?
उत्तर: आमतौर पर वे लोग जिन्हें स्पैम कॉल आते हैं और जो उनका जवाब देते हैं, उन्हें अधिक स्पैम कॉल मिलते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनियाँ या स्कैमर्स मानते हैं कि ऐसे लोग उनके कॉल्स पर प्रतिक्रिया देते हैं। जितना कम आप स्पैम कॉल्स का जवाब देंगे, उतनी ही उनकी संख्या घटेगी।
प्रश्न: इन कंपनियों को हमारा मोबाइल नंबर कहाँ से मिलता है?
उत्तर: प्रायः लोग स्वयं अनजाने में अपना मोबाइल नंबर साझा कर देते हैं। कुछ कंपनियाँ आपका व्यक्तिगत डेटा — जैसे मोबाइल नंबर, ईमेल, उम्र या रुचियाँ — तीसरे पक्ष को बेचती हैं।
जब आप किसी सेवा के लिए साइन अप करते हैं, तो उनकी शर्तों और नियमों में यह उल्लेख होता है कि वे आपके डेटा का विज्ञापन उद्देश्यों से उपयोग कर सकते हैं, परंतु अधिकांश लोग उन्हें पढ़ते नहीं।
उदाहरण के लिए –
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जब आप सोशल मीडिया अकाउंट बनाते हैं, तो अपना नंबर दर्ज करते हैं।
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जब कोई ऐप डाउनलोड करते हैं, तो उसे फोन की पूरी पहुँच दे देते हैं।
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जब आप किसी मॉल या शॉपिंग वेबसाइट से खरीदारी करते हैं, तो मोबाइल नंबर डालते हैं।
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कभी-कभी आप इंटरनेट पर या सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से अपना नंबर पोस्ट कर देते हैं।
इन माध्यमों से कंपनियाँ आपका नंबर प्राप्त कर लेती हैं और उसे अन्य संस्थाओं को बेच देती हैं, जो आगे कॉल या संदेश भेजना शुरू कर देती हैं।
स्पैम कॉल आने पर क्या सावधानी बरतें
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यदि कोई कॉलर या एआई रेकॉर्डिंग आपसे कोई नंबर दबाने को कहे, तो तुरंत कॉल काट दें — यह जानकारी चुराने की तरकीब होती है।
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कॉल पर किसी प्रश्न का उत्तर “हाँ” या “नहीं” में न दें।
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अनजान कॉल पर कभी भी व्यक्तिगत जानकारी जैसे खाता नंबर, उम्र, शौक या पहचान संबंधी जानकारी साझा न करें।
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यदि कॉल करने वाला स्वयं को बैंक या सरकारी संस्था का अधिकारी बताकर जानकारी माँगे, तो कॉल तुरंत समाप्त करें।
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सत्यापन के लिए बैंक या संस्था की आधिकारिक वेबसाइट पर दिए नंबर से संपर्क करें।
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यदि कोई कॉलर आप पर तुरंत जानकारी देने का दबाव बना रहा है, तो अत्यंत सावधानी बरतें।




